Happy Idependence Day 2020
Why do we celebrate Independencd day
आज ही के दिन यानी 15 अगस्त 1947 को देश आज़ाद हुआ था और हमने आज के दिन ही अंग्रेज़ सरकार की हुकूमत और गुलामी से आज़ादी पाई थी। आज हमारे देश को आज़ाद हुए 73 साल पुरे हो गए ... और आज़ादी के 74 वे साल में प्रवेश किया। 15 अगस्त 1947 को देश के हर नागरिक ने पहली बार आज के दिन ही गुलामी और स्वतंत्रता के इस खुले आसमान में साँस ली और आज़ादी को महसूस किया।
ब्रिटिश साम्राज्य की शुरुआत:
17 वी सदी में यूरोपीय व्यापारियों ने धीरे- धीरे भारतीय बाजार में अपने पैर जमाना शुरू कर दिए और फिर बितते समय के साथ अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाते हुए 18 वी सदी के अंत तक ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना की और फिर भारत के सभी राज्यों को अपने अधीन करकर खुद को स्थापित किया।
Independence Day, Independence Day 2020 |
सन 1857 में पहला भारतीय स्वतंत्र विद्रोह हुआ जिसे पहला भारतीय स्वतंत्र संग्राम भी कह जाता है जिसकी शुरुआत 10 मई 1857 को मेरठ में हुई और इसकी कोतवाल धनसिंग गुर्जर ने की थी। और ऐसे ही चंद्रशेखर आज़ाद, भगतसिंह. सुखदेव ,राजगुरु , लाला लाजपतराय, बटुकेश्वर दत्त ऐसे ही ना जाने कितने स्वतंत्र सेनानी के बलिदान है।
सन 1929 में भारतीय राष्ट्रीय कोंग्रेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा की और लोगों को सविनय अवज्ञा करने और पूर्ण स्वतंत्रता प्राप्त होने तक कोंग्रेस के सभी निर्देशों का पालन करने के लिए कहा ये सब लोगों में राष्ट्रवाद की भावना को जगाये रखने के लिए किया गया था। उस वक़्त 26 जनवरी को स्वतंत्र दिन मनाया जाता था।
Independence day, Independence day 2020 |
ब्रिटिश साम्राज्य का अंतिम समय:
सन 1946 में ब्रिटिश सरकार का राजकोष द्वितीय विश्वयुद्ध की वजह से समाप्त होने की कगार पर था। उनके पास अब कोई आंतर्राष्टीय समर्थन भी नहीं था और इस वजह से वो भारत को नियंत्रित करने की शक्ति एवं उनके अपने लोगों की विश्वसनीयता खो रहे थे इस वजह से तत्कालीन प्रधानमंत्री क्लीमेंट एटली ने फरवरी 1947 को भारत को जून 1948 से पूर्ण आत्म प्रशासन का अधिकार देने की घोषणा की। परंतु वायसरॉय लार्ड माऊंट बेटन ने कोंग्रेस और अंतिम मुस्लिम लीग के विवाद के कारण तारीख को बदल कर द्वितीय विश्वयुद्ध में जापान के आत्मसमर्पण की दूसरी सालगिराह यानी 15 अगस्त 1947 को तय किया।
आज हम जिस आज़ादी का उत्सव मना रहे है उसके पीछे न जाने कितने स्वतंत्र सेनानी ने बलिदान दिए हे
हमारे प्यारे भारत देश के लिए जिन्होंने अपने घर, परिवार, माता पिता, को त्याग कर स्वतंत्रता को अपने जीवन का एकमात्र लक्ष्य मान कर अपने जीवन की आहूति देदी उनके लिए और आज भी अपने परिवार,माता पिता और बच्चो को छोड़कर सरहद पर जो हमारी और हमारे देश की रक्षा करते है उन्हें हम आज के दिन की प्यारभरी शुभकामना देते है
और कुछ शायरी पेश करते हैं:
खुशबू बनकर गुलो से उड़ा करते है,
धूआ बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं,
ये कैंचियां ख़ाक हमे उड़ने से रोकेगी
हम परो से नहीं होंसलो से उड़ा करते हैं ,
देश की मिटटी खाई थी मैंने बचपन में कभी
इसलिए मेरे खून में देशभक्ति का ज़ज़्बा हैं
तिरंगा हमारा हैं शान ऐ ज़िंदगी
वतन परस्ती हैं वफ़ा ऐ ज़िंदगी
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमे
अखंड भारत के स्वप्न का जूनून है हमे
10 World best Shayaries of Independence day:
खुशबू बनकर
धूआ बनकर पर्वतों से उड़ा करते हैं,
ये कैंचियां ख़ाक हमे उड़ने से रोकेगी
हम परो से नहीं होंसलो से उड़ा करते हैं ,
देश की मिटटी खाई थी मैंने बचपन में कभी
इसलिए मेरे खून में देशभक्ति का ज़ज़्बा हैं
कबूल है हमे
वतन परस्ती हैं वफ़ा ऐ ज़िंदगी
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमे
अखंड भारत के स्वप्न का जूनून है हमे
दिल में हिन्दुस्तान
और वो बेटे फौजी कहलाते हैं,
ये फौजी भी कमाल के होते हैं,
बटवे में परिवार छुपा लेते हैं
और दिल में हिन्दुस्तान
माँ के पैर छूकर आया हूँ
मैं मौत को मौत के बगैर छूकर आया हूँ
और हारने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता
मैं अपनी माँ के पैर छूकर आया हूँ
वो भारत के बेटे थे
ठंडी छाव तुम्हे देने को वो अंगारों पे लेते थे ,
खून खौल के बोल रहा था हैं इंक़लाब ज़िंदाबाद
वो सपूतोने अपने सर पे घुमते कफ़न लपेटे थे
अरमान रखता हूँ
यहाँ की चांदनी मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ ,
मुझे चिंता नहीं है स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने की
तिरंग हो कफ़न मेरा बस यही अरमान रखता हूँ
एक तिरंगा रहने दो
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो
लाल हरे रंग में ना बांटो हमको
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो
दे सलामी
जिस से हमारी शान हैं
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका हमको
जब तक दिल में जान हैं..!!
सबका हे सन्मान तिरंगा
तीन रंग की छटा बिखेरे, अमन चैन की जान तिरंगा
मातृभूमि पे जब लैहराये, जागे मन अरमान तिरंगा
देशभक्ति देशप्रेम का, सबका हे सन्मान तिरंगा
इश्क़ तो करता हे
महबूब पे तो मरता हे हर कोई
कभी वतन को महबूब बनाकर देखो
तुम पे मरेगा हर कोई
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