Tuesday, August 18, 2020

Ganesh Chaturthi ,Ganesh Chaturthi 2020, Happy Ganesh Chaturthi


Ganesh Chaturthi

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Lord Ganesha, Ganesh Chaturthi, Ganesh Chaturthi 2020
        दोस्तों , कुछ ही दिनों में हमारे प्यारे भगवान श्री गणेश जी का फिर से आगमन होगा और फिर से हम सब बड़े मन से गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाएंगे पर इस बार शायद इस महामारी के चलते सार्वजनिक तौर पे इसको मनाया नहीं जा सकेगा लेकिन हम अपने अपने घर में उसका उत्सव जरूर मना सकते हैं। हम आपके लिए इस त्यौहार से सम्बंधित कुछ दिलचस्प जानकारियां लाए हैं।


गणेश चतुर्थी क्यों और कैसे मनाई जाती है? 

       गणेश चतुर्थी गणेशजी के जन्मदिन के उपलक्ष मे मनाया जाता है। गणेशजी सुख और समृद्धि एवं बुद्धि प्रदान करनेवाले देवता हैं इसी वजह से हर शुभ कार्य को शुरू करने से पहले उनकी आराधना की जाती है। गणेशजी का मुख हाथी (गज) की तरह होने के कारण उन्हें गजानंद भी कहते हैं। इस के अलावा विध्नहर्ता,लंबोदर, वक्रतुण्ड, एकदंत, गणपति, विनायक आदि उनके अन्य नाम है।

        भारत मे कई विभिन्न - विभिन्न त्योहार बडे हर्षोल्लास से मनाये जाते हैं। गणेश चतुर्थी उन्ही त्योहारों में से एक है। भारत में गणेश चतुर्थी वैसे तो कई राज्यों में अलग अलग तरीको से मनाया जाता है। विषेश कर महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों मे ये त्योहार ज्यादा मनाया जाता है। भारत के कुछ हिस्से में लोग अपनी बाजू पे 14  गांठ लगाया हुआ  धागा संकल्प के रूप में पहनते हैं। 



Lord Ganesha , Baby Ganesha , Ganesh Chturthi 2020
       
         गणेश चतुर्थी भाद्रपक्ष माह के शुक्लपक्ष के चौथे दिन मनाई जाती है और अगले 10 दिन तक लगातार उसका उत्सव मनाया जाता हैं। गणेश चतुर्थी के दिन सभी लोग अपने घर में गणेशजी की मूर्ति अपनी इच्छा अनुसार 3 दिन, 5 दिन या फिर पुरे 10 दिन के लिए की स्थापना करते हैं। कई भक्तजन तो अपने घर में कई विभिन्न तरीको से भी गणेशजी की मूर्तिया बनाकर उसकी स्थापना करते हैं और भगवान से सुख समृद्धि एवं शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और भगवान को उनके प्रिय लड्डु या मोदक का प्रसाद चढ़ाया जाता हैं ।

        गणेश चतुर्थी में कई जगहों पर पंडालो में भी मूर्ति को स्थापित करके सार्वजनिक रूप से मनाया जाता हैं। कही - कही पे तो भक्तो के मनोरंजन के लिए सार्वजनिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता है। 

Lord Ganesha ,Ganesh Chaturthi, Ganesh Chaturthi 2020
Ganesha, Lord Ganesha, Ganesh Chaturthi
     सन 1630 से 1680 के दौरान छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में गणेश चतुर्थी उनके कुलदेवता के तौर सार्वजनिक रूप से मनाया जाता था शिवाजी महाराज ने मराठा सम्राज्य की निव रखी थी और शिवाजी महारज की समाधी रायगढ़ जिले में हैं सन 1893 में लोक मान्य तिलक ने ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान लोगो में एकता को बढ़ावा देने के लिए  गणेश चतुर्थी की प्रथा शुरू की  उन्होंने सोचा की लोगो में एकता को बढ़ावा देने के लिए धर्म एवं प्रार्थना से बढ़कर कुछ नहीं हो सकता  इसी लिए सार्वजनिक रूप से गणेश चतुर्थी की इस प्रथा को पुनर्जीवित किया

        महाराष्ट्र के मुंबई शहर में '' लालबाग़ चा राजा " जिसका हिंदी में अर्थ "लालबाग़ के राजा" होता हैं प्रसिद्ध सार्वजनिक मंडलो में से एक हैं और महराष्ट्र में गणेश चतुर्थी के उत्सव में ढोल - ताशे बजाने के लिए भी एक अलग समूह होता हैं. जिसमे औरतें भी बड़े उत्साह से भाग लेती है और भगवान की आराधना करती हैं । 

        मुंबई में ही स्थित "सिद्धिविनायक मंदिर" भी दुनिया के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक हैं जहा हज़ारों - लाखो भक्त हर साल आते हैं और गणेश चतुर्थी के दौरान ये संख्या बढ़ जाती हैं।


Ganesha, Lord Ganesha, Ganesh Chaturthi
Lord Ganesha , Ganesh Chturthi, Ganesh Chaturthi 2020
        
          गणेश चतुर्थी के आखरी दिन को अनंत चौदश के रूप में मनाया जाता है। गणेश उत्सव के 10 वे दिन गणेश जी की मूर्ति को अगले साल जल्दी आने की कामना के साथ ज़िल , नदी , समुद्र या पानी के बड़े से कुंड में विसर्जित कर दिया जाता हैं।


गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्रमा को क्यों नहीं देखा जाता? 


      कहा जाता हे की गणेश चतुर्थी के दिन चन्द्रमा को नही देखना चाहिये क्यूंकि माना जाता हे की इस दिन चन्द्रमा को देखने से चोरी का आरोप लगता हैं इसके पीछे एक रसप्रद कहानी हे की जब गणेश जी प्रथम पूज्य बने तो सभी देवताओ ने बड़ी श्रद्धा से उनकी वंदना की पर चंद्र ने नहीं की क्यूंकि उसको अपनी सुंदरता का घमंड था और  इस  बात  को गणेशजी जानते थे और इसीलिए गणेशजी को क्रोध आया और चंद्र को उन्होंने श्राप दे दिया की तुम्हारी चमक चली जाएगी। तब चंद्र ने उनसे क्षमा मांगी तो गणेशजी ने कहा की जब सूर्य की किरने उनपर पड़ेगी तो धीरे -धीरे उनकी खोई हुई चमक लौट आएगी पर भाद्रपद्र शुक्ल चतुर्थी को इस दंड स्वरुप याद रखा जायेगा और जो भी इस दिन चंद्र को देखेगा उस पर  जूठे आरोप लगेंगे
     
               हम आशा करते हैं की हमारी दी हुई ये जानकारी आपको पसंद आई होगी। हमारी तरफ से आपको और आपके परिवार को गणेश चतुर्थी की बहोत - बहोत शुभकामनाए।




10 Best And unique 4 Line Status, SMS, And Best wishes of Ganesh Chaturthi


यहा हे गणेशजी, वहां हे गणेशजी
जरा बंद कर आंखे और देख
कहा है गणेशजी?
क्यूँ हे सोच रहा रे पगले!
तेरे भीतर, तेरे पास, हरदम तेरे साथ हे गणेशजी


गणेश की ज्योति से नूर मिलता हैं
सबके दिलो को सुरूर मिलता हैं
जो भी जाता हैं गणेश के द्वार
कुछ न कुछ उन्हें जरूर मिलता हैं


आपका सुख गणेश के पेट जितना बड़ा हो,
आपका दुःख उदर जैसा छोटा हो,
आपका जीवन गणेश जी की सूंड जितना बड़ा हो,
बोल आपके मोदक जैसे मधुर हो।


प्रेम क्या है यह खुद को बिना किए समझ
मे नहीं आता वैसे ही गणेश जी
का मतलब हे क्या ? बिना जाए मंदिर समझ नहीं आता।


गणेश चतुर्थी के इस पावन पर्व की
आपको है दिल से बधाई
हमेशा रहे समृध्धि आपके घर में समाई।
समाज में आपकी हो यश और किर्ति मे बढाई
Happy Ganesh chaturthi


रिद्धि आवै, सिद्धि आवै, साथ मे आवै गणेशजी
सुख हे आवै, दुख हे जावै, जब घर आवै गणेशजी।


हम तो तेरे भक्त रे, ना हे इसमे कोई भी शक रे,
तेरी शरण मे आए हे, तेरा आशिष पाने रे,
मोदक लड्डु लाए हे, तु कर इसे स्वीकार रे,
हम और न कुछ मांगे रे, सिर्फ तेरी भक्ति चाहे रे।



हम न चाहे और कुछ, तेरी कृपा जो बरसे
मिले बीन मांगे सब, तेरी कृपा जो बरसे,
तेरा भक्त हो जाए निहाल,
वो न रहे पायमाल (गरीब) तेरी कृपा जो बरसे,
तेरी कृपा अपरंपार, मेरे प्रभु दीनदयाल


शिव के प्यारे, मां पार्वती के लाल रे
तेरे द्वार जो आवै, उसका हो बेड़ा पार रे


May you find all the delight in life
And all the happiness in your life
And keep all the sorrow away from you
Happy ganesh chaturthi




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