Time Travel | Is it possible to travel back in time ?
दोस्तों , अगर आप के पास Time travel की सुपर पावर होती तो कैसा लगता? अच्छा ही लगता .....क्यों नहीं ...भला !!..जब चाहे ....जहा चाहे....जा सकते ....पर ऐसा संभव नहीं.... बिता वक़्त बदला नहीं जा सकता और भविष्य में क्या होगा ये कोई नहीं जानता।
Time travel, Ancient India |
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लेकिन ...क्या ये सच हैं? क्या वाकई बीते वक़्त में लौटना और भविष्य को देखना असंभव हैं ? आधुनिक समय में जिस घडी को देखते हैं क्या वही समय हैं?
जब भी हम Time travel के बारे में सुनते या कही पढ़ते हैं तो मन में सवाल आता क्या Time travel संभव हैं? Time travel विज्ञानं की दुनिया का सबसे रसप्रद विषय हैं।
सुप्रसिद्ध वैज्ञानिक और फिजिक्स के ज्ञाता Dr Albert einsteinne ने Time travel की ऐसी कई theories दी हैं आधुनिक विज्ञान में Albert einsteinne Time travel की theories देने वाले पहले वैज्ञानी थे। उनके द्वारा यह theories 20th सेंचुरी में दी गयी थी।
Panchavarnaswamy temple:
हमारे इंडिया में Time travel से जुडी केवल theories नहीं परन्तु सबूत भी हैं। भारत के तमिलनाडु में तिरूचिराप्पल्ली (Tiruchirappalli) जिले के Uraiyur (also spelt Woraiyur) में स्थित भगवन शिव का पौराणिक पंचवर्णस्वामी मंदिर।
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अनुमान हैं की यह मदिर 2000 वर्ष पुराना हैं। इस मंदिर की दीवारे अद्भुत हैं मानो जैसे बोल रही हो। इस मंदिर की दीवारे Time travel के गहरे रहस्य अपने अंदर समेटे हुए हैं।
यहाँ सामान्य पर्यटकों की नज़र से दूर एक विभाग हैं जहा काफी अंधेरा हैं। इस विभाग में काफी काम मात्रा में पर्यटक जाते हैं।
इस विभाग की एक दीवार पर एक Sculpture हैं जीसमे एक व्यक्ति को साइकिल पर सवार होता नज़र आता हैं। आप सोचेंगे भला इसमें क्या खास बात हैं?
परंतु ज़रा सोचिये जैसे की आगे बताया गया की यह मंदिर 2000 साल पुराना हैं और साइकिल का आविष्कार यूरोप में 19 वी सदी में यानी आज से 200 साल पहले हुई थी।
तो सोचनेवाली बात यह हे की तो फिर 2000 साल पुराने इस मंदिर की नकाशी करनेवालो ने कैसे भविष्य में आविष्कार होने वाली इस साइकिल का Sculpture 2000 साल पूर्व ही बना दिया?
क्या किसीने Time travel से समय में पीछे जाकर इसे बनाया था ! या फिर किसीने भविष्य में Time travel किया और फिर वापस लौट के इस Sculpture को बनवाया था ?
कुछ वैज्ञानिक इस मंदिर को 2000 साल पुराना मानाने से इंकार करते हैं। और कुछ वैज्ञानिको का कहना हैं की यह मंदिर केवल 100 साल पुराना हैं।
लेकिन वैज्ञानिको का यह अनुमान गलत हैं क्यूंकि एक पुस्तक
" Thevaram "(the twelve-volume collection of Śaiva devotional poetry) जो 7 वी सताब्दी में लिखी एक Ancient तमिल पुस्तक हैं।
इस पुस्तक में इस मंदिर के बारे में वर्णन किया गया हैं। अतः पुस्तक के अनुसार यह मंदिर 7 वी शताब्दी का तो हैं।
इसके अलावा प्रसिद्ध ग्रीक खगोल विज्ञानी, भूगोलवेत्ता Claudius ptolemy ने अपनी द्वारा की गयी खोज की रिपोर्ट में इस मंदिर का विस्तृत विवरण दिया हैं। जो उन्होंने 2000 साल पहले तैयार की थी।
हालाकि , 2015 में इतिहासकार डॉ. कालीकोवन के अंग्रेजी अखबार 'द हिंदू' में लिखे लेख के अनुसार सन 1920 में इस मंदिर का नवीनीकरण हुआ था। संभवतः उस समय इस साइकिल सवार व्यक्ति का Sculpture बना हो।
लेकिन इसके अलावा भी कई ऐसे Sculpture हैं जो हमे Time travel की बात को सच मान ने पर मजबूर करते हैं।
Time travel की इस बात को और पुख्ता करता हैं। मंदिर के इस विभाग का दूसरा Sculpture इस आकृति में एक स्त्री की पीठ पर पंख हैं।
Panchavarnaswamy temple, |
यह Genetic engineering का सबूत हैं यह एक बेहद Compex technique हैं जिसे कामयाब करने में आज के वैज्ञानिक लगे हैं।
आज शायद यह बात अजीब लगे पर वैज्ञानिक इंसान और जानवर के DNA को मिला कर METAHUMANS बनाने की रिसर्च में लगे हैं।
अगले 100 साल से भी कम समय में यह मुमकिन होने की संभावना हैं। जिससे इंसान के भी पंख होंगे ..
तो सोचनेवाली बात यह हैं की जो technology अभी तक विकसित ही नहीं हुई हैं वह कैसे इस मंदिर की दिवार पर 2000 साल पहले बना दी गई?
तो सवाल हैं की क्या भविष्य में टाइम ट्रेवल संभव होगा? क्या भविष्य से किसीने पीछे जाकर यह आकृतियो का निर्माण किया होगा?
पंचवर्णस्वामी मंदिर में बने यह Sculpture जहा भविष्य के विकास के संकेत देते हैं। वहा कुछ ऐसे भी Sculpture हैं जो बीते वक़्त यानी लाखो साल पहले की वास्तविकता से रूबरू करवाते हैं।
मंदिर के एक भाग में एक ऐसे प्राणी की आकृति हैं जो आज से अंदाज़न 15 लाख साल पूर्व विलुप्त हो चूका हैं।
यह प्राणी हैं "Saber toothed Tiger " (A character of tiger which was shown in Hollywood movie “ Ice age”) जो आज के Tiger जैसे ही थे।
अंतर केवल इतना था की Saber toothed Tiger के ऊपर के दांतो का उनके upper canine की लम्बाई 1 फ़ीट थी।
Saber toothed Tiger के body structure दांतो की लम्बाई यह सारी जानकारी Fossil regeneration (A modern scientific technique that shows how an animal looked at that time) से मिलती हैं।
पंचवर्णस्वामी मंदिर में बने Saber toothed Tiger की आकृति को अगर देखा जाये तो वह आकृति लगभग उस वक़्त के Saber toothed Tiger के जैसा ही हैं।
Archeologists के अनुसार ऐसा हूबहू Sculpture बनाने के लिए Saber toothed Tiger को देखना आवश्यक हैं। तो मूर्तिकारों ने इतना हूबहू Sculpture कैसे 2000 साल पहले ही बना दिया ?
साइकिल पर सवार मनुष्य और स्त्री की पीठ पर पंख की आकृति किसीकी कल्पना अवश्य हो सकती हे परंतु Saber toothed Tiger की हूबहू प्रतिकृति का यहाँ होना मुमकिन नहीं हैं। यह केवल Time travel से ही संभव हैं।
Time travel के बारे में भागवत पुराण में विस्तृत जानकारी दी गयी हैं। वैज्ञानिक सिद्धांत के अनुसार ग्रह से ग्रह की समय बीतने की गति भिन्न होती हैं।
अर्थात धरती पर जिस गति से आपकी आयु 30 से 60 यानी 30 साल की होती हैं संभव हे की किसी दूसरे ग्रह पर आपकी आयु केवल 30 से 31 साल यानी 1 साल की ही हो।
हमारे प्राचीन ग्रंथो में Time travel और Time Diletion का युगो पहले से ही उल्लेख हैं।
Time Travel In Ancient India:
भागवत पुराण की एक कथा में इसका वर्णन हैं। कथा के अनुसार राजा ककुद्मी और उनकी पुत्री रेवती Interstellar travel करके ब्रह्माजी से मिलने जाते हैं।
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वहां जाकर ककुद्मी ब्रह्माजी से स्वयं को पृथ्वी पर हो रही समस्या का वर्णन करते हैं।
यह सुनकर ब्रह्माजी मुस्कुराये और कहा की ककुद्मी और उनकी पुत्री जब पृथ्वी पर वापस जायेंगे तो सबकुछ बदल गया होगा क्योंकि हर ग्रह पर समय अलग -अलग गति से चलता है।
वास्तव में जब ककुद्मी और उनकी पुत्री रेवती पृथ्वी पर पहुंचे तो पृथ्वी पर 15 million वर्ष बीत चुके थे।
आपको बता दे की पंचवर्णस्वामी मंदिर में एक Sculpture हैं जहा ब्रम्हाजी एक वृक्ष के पास खड़े हैं। उस वृक्ष का आकार मनुष्य के दिमाग जैसा हैं। और वृक्ष के अंतिम छोर शिवलिंग से जुड़ा हैं।
जैसा की सब शिवलिंग को ऊर्जा का मुख्य स्त्रोत माना जाता हैं। इस आकृति में ब्रह्माजी के हाथ में एक रहस्यमयी जोला हैं।
Time travel, Ancient India |
इस प्रकार का जोला विश्व की तमाम प्राचीन सभ्यता (Ancient Civilization) के Sculptures में अलग अलग भगवान की मूर्ति में यह जोला में देखा जा सकता हैं।
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इजिप्त के पिरामिड में बनी मूर्तियों में भी यह जोला में देखने को मिलता हैं। तो क्या ये संभव हैं की यही जोला Time travel Device हो ...! जिससे Time travel संभव था !!
क्या इसका अर्थ यह हे की प्राचीन भारत (Ancient india) में Time travel संभव था ? क्या Time travel आज भी संभव हैं ? इसका उत्तर तो किसीके पास नहीं हैं।
परंतु हमारे प्राचीन भारत (Ancient india) के ऐसे रहस्यमयी मंदिर इस बात पर विश्वास करने को विवश अवश्य करते हैं।
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